सुलपुर जबोट में किसानों को बताए प्राकृतिक खेती के फायदे

न्यूजहंट हिमाचल। सरकाघाट 

सरकाघाट, 5 जुलाई 2024
कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश जिला मंडी कृषि प्रद्यौगिकी प्रबंधन अभिकरण "आत्मा" जिला मंडी विकास खंड गोपालपुर (सरकाघाट) द्वारा प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुलपुर जबोट के गांव खरसल में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को प्राकृतिक खेती की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई तथा प्राकृतिक खेती में प्रयोग होने वाले घटकों को प्रयोगात्मक रूप से बताया गया जिसमें बीजामृत, घनजीवामृत, जीवामृत, द्रेकास्त्र, ब्रह्मास्त्र, दशपर्णी अर्क तथा अग्निअस्त्र आदि शामिल थे।

गोपालपुर कृषि विकास खंड के खंड तकनीकी प्रबंधक महेन्द्र कुमार ने बताया कि शिविर में लगभग 30 किसानों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि देश में प्राकृतिक खेती का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है। इस खेती में किसान किसी रसायन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। इस खेती में गाय के गोबर, गोमूत्र के इस्तेमाल पर प्रमुख जोर दिया जाता है।

शिविर के दौरान किसानों को बताया गया कि प्राकृतिक खेती का उद्देश्य मिट्टी की गुणवत्ता को खराब किए बिना फसल की पैदावार को बेहतर करना है। यह फसलों में विविधता को बनाए रखना, प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल करना तथा एक बेहतर खेती के वातावरण को बढ़ावा देती है।

Popular posts from this blog

सुधीर शर्मा ने दिलाई है धर्मशाला को दुनिया में नई पहचान, मल्ली हद में रहकर करें बयानबाजी

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखबिंदर सिंह सुक्खू से धर्मशाला में कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग जल शक्ति विभाग का अधिशासी अभियंता का कार्यालय खोलने की पुर जोर से मांग उठाई है

हिमाचल पथ परिवहन निगम सेवा निवृत कर्मचारी कल्याण मंच की राज्य स्तरीय बैठक 24 जून को मंडी में हुई थी और इसी बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं