छेेड़छाड़ के मामले बढ़े, अभिभावक डरे
न्यूजहंट हिमाचल। डेस्क
प्रदेश में दो हफ्ते में तीन घटनाएं आने से डरे अभिभावक
प्रदेश के स्कूलों में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि ज्यादातार मामलों में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक ही दोषी पाए गए हैं। स्कूलों में छेड़छाड़ के मामलों पर शिकायत निवारण कमेटियां बनी है, लेकिन उसके बाद भी शिक्षक इन मामलों में दोषी पाए जा रहे हैं। ऐसे में अब अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने का डर सताने लगा है। हिमाचल की बात की जाए तो पिछले दो सप्ताह में एक के बाद एक तीन मामले सामने आए हैं, जिसमें छेड़छाड़ के आरोप सीधे तौर पर शिक्षक पर ही लगे हैं। इसमें कांगड़ा जिला के जवाली में भी एक सरकारी स्कूल की छात्राओं ने अध्यापक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
वहीं, 19 जून को चौपाल के एक स्कूल में 11 छात्राओं से छेडछ़ाड का मामला सामने आया था, जिसमें प्राइमरी से हाई स्कूल तक की छात्राओं ने स्कूल के साथ ही लगती दुकान के दुकानदार पर छेड़छाड़ की शिकायत की थी जिसके बाद ये मामले सामने आया था। इसके अलावा एक अन्य मामले में 21 जून को मंडी जिला के जोगिंद्रनगर क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल की चार छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने स्कूल के मुख्य शिक्षक को हिरासत में ले लिया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने बताया कि स्कूलों में पहले ही सैक्सुअल हरासमेंट कमेटी बनी है। छात्र-छात्राएं तुंरत इस कमेटी को अपनी शिकायत दे सकते हैं।