लोकतंत्र की दुहाई न दे कांग्रेस, आपातकाल को न भूलें
न्यूजहंट हिमाचल। डेस्क
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा, आपातकाल को न भूलें कांग्रेस नेता
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पिछले दिनों हुए चुनाव में संविधान की किताब उठाकर घूमती रही, समाज और देश को बरगलाती रही कि मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, तो संविधान बदलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कह रही थी कि एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म कर देंगे, जबकि वास्तविकता यह है कि 1947 से लेकर 2014 तक कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस सरकार ने 50 से अधिक बार संविधान संशोधन के नाम पर संविधान की मुख्य धाराओं को समाप्त किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मूल भावना को समाप्त किया, जिसका दुष्परिणाम पूरा देश भुगत रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने कहा डा. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में जो संविधान बना था, वह भारत के दूरगामी लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु बनाया गया था, लेकिन कांग्रेस की पूर्ववत सरकारों ने वोट के लालच में और अपने स्वार्थ की सिद्धि के लिए, अपनी कुर्सी को बचाने के लिए संविधान को अनेक बार खंडित किया। 25 जून, 1975 का दिन उसी प्रकार का काला दिन है, जब इंदिरा गांधी ने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए देश को तानाशाही की तरफ धकेल दिया। 24 जून की मध्य रात्रि में देश में आपातकाल लगाकर 25 जून की सुबह तक देश के सभी बड़े नेताओं को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया। 25 जून, 1975 को प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी और बोलने, अभिव्यक्ति और लिखने की आजादी समाप्त कर दी। उन्होंने कहा कि 25 जून, 1975 के आपातकाल को याद करते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं।