हर्ष महाजन अपने षड्यंत्र में पूरी तरह असफल होने के उपरांत फ्रस्ट्रेशन में अब प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की धमकियां देने पर उतर आए हैं।
न्यूजहंट हिमाचल। शिमला
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिरा कर बी जे पी के नेताओं को भाजपा सरकार बनबाने का झांसा दे कर राज्य सभा का टिकट मैनेज करने वाले हर्ष महाजन अपने षड्यंत्र में पूरी तरह असफल होने के उपरांत फ्रस्ट्रेशन में अब प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की धमकियां देने पर उतर आए हैं।
प्रदेश कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता प्रदेश प्रेम कौशल ने जारी ब्यान में कहा.......... कि हर्ष महाजन दलबदलुओं के सरगना हैं और उन्होंने राज्यसभा सदस्य बनने के लिए जय राम ठाकुर तथा जे पी नड्डा के साथ मिलकर सरकार को गिराने का जो खेल खेला छः उपचुनावों में प्रदेश की जनता ने उसका उनको मुंह तोड़ जबाब दिया है।कौशल ने कहा कि हर्ष महाजन सत्ता के सौदागर हैं परंतु उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि सरकारों को तोड़ने और गिराने का दौर अब समाप्त हो चुका है,राष्ट्रपति शासन लगना तो दूर अब सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को कोई दुष्ट आत्मा छू भी नहीं सकती क्यूंकि देश में अब तानाशाही का अंत हो चुका है तथा मोदी के नेतृव जहां केंद्र में बेसाखिओं के सहारे चलने वाली कमज़ोर सरकार गठित हुई है!
वहीं देश में मजबूत और शक्तिशाली विपक्ष मौजूद है जो किसी भी प्रकार की मनमानी एवं तानाशाही के खिलाफ सरकार को नकेल कसने में सक्षम है।प्रेम कौशल ने मुख्यमंत्री को अनुभवहीन कहने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कहा कि अगर वह अनुभवहीन होते तो भाजपा अपने मंसूबों में कब की सफल हो चुकी होती सच्चाई तो यह है कि मुख्यमंत्री सुक्खू के राजनीतिक धोबी पटकों के चलते ही भाजपाइयों की सांसें फूली हुई हैं।
उन्होंने कहा कि हर्ष महाजन कांग्रेस में होते हुए जहां एक वरिष्ठ नेता का स्टेटस एंजॉय करते हुए फ्रंट फूट पर रहते थे वहीं आज भाजपा में जाकर जूनियर नेताओं की बगल में बैठने को विवश हैं,कांग्रेस पार्टी ने एक मां की तरह हर्ष महाजन का राजनीतिक पोषण किया परंतु वह मां रूपी कांग्रेस पार्टी की पीठ में भी छुरा घोंपकर ख़ुद को महारथी प्रदर्शित करने का प्रयास कर रहे हैं मगर भाजपाइयों को स्मरण होना चाहिए कि जो मां का नहीं हुआ वह मासी का कभी नहीं हो सकता।कौशल ने दावा किया कि कांग्रेस तीनों उपचुनाव जीतेगी और भाजपा के सरकार को अस्थिर करने के तमाम मंसूबे नाकामयाब होंगे तथा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी और सरकार पहले से अधिक मजबूत होंगे।