*सीएम आरोप सिद्ध करें, नहीं तो मानहानि का दावा करूंगा, पूर्व उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर की मुख्यमंत्री को चुनौती*
प्रदेश की जनता से माफी मांगें सुखविंदर सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा पूर्व भाजपा सरकार पर खनन विभाग में हुए 100 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप के जवाब में पूर्व उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने आक्रामक तेवर दिखाए हैं। उन्होंने मंगलवार को अपने आवास ढलियारा में प्रेस कॉन्फे्रंस की तथा तथ्यों सहित आंकड़ों को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा कि सुक्खू सरकार यारों की सरकार है और यारों को खुश करने के लिए नियमों में संशोधन हो रहे हैं । उन्होंने पूछा कि किन परिस्थितियों में 25 रुपए प्रति फुट बिकने वाला रेता 90 रुपए फुट तथा बजरी तीन गुना महंगी हो गई। क्या यह घोटाला नहीं है। मंडी के एक नेता पर निशाना साधते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार बताए कि उनकी कितनी रॉयल्टी और बिजली का बिल बकाया है। विक्रम ठाकुर ने सभी कमेटियों में मुख्यमंत्री के करीबी लोगों के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि सरकार के अंदर मंत्री, सीपीएस और विधायकों से जुड़े हुए रिश्तेदारों के कुल कितने क्रशर हैं।
जिस समय सब क्रशर बंद थे, उस समय सत्ताधारी लोगों के क्रशर बंद क्यों नहीं हुए। विक्रम ठाकुर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि 90 दिनों के अंदर 100 करोड़ रुपए के नुकसान का जिम्मेदार कौन है। तीन महीने क्रशर बंद होने से 27 करोड़ रुपए की रॉयल्टी तथा जीएसटी और बिजली को भी इसमें जोड़ दिया जाए, तो प्रदेश के अंदर 100 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। कौन-कौन से अधिकारी और राजनीतिज्ञ इसमें संलिप्त हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए। पूर्व उद्योग मंत्री ने केंद्र सरकार के नियमों का भी हवाला दिया