कोरोना योद्धाओं से मुश्किल हालत में सेवाएं लेकर बाहर निकालना पीड़ादायक: त्रिलोक
*कोरोना योद्धाओं से मुश्किल हालत में सेवाएं लेकर बाहर निकालना पीड़ादायक: त्रिलोक*
*हज़ारों परिवारों को बचाने वाले सैंकड़ों परिवारों को कांग्रेस सरकार ने उजाड़ा*
*प्रदेश सरकार को हर हाल में करनी होगी बहाली, नहीं तो करेंगे आंदोलन*
*धर्मशाला*
भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 1,844 कोरोना योद्धा आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, जोकि पिड़ादायक है। कोरोना योद्धाओं से महामारी के मुश्किल हालत में सेवाएं लेकर बाहर निकालना प्रदेश सरकार का कतई भी अधिकार नहीं है। हज़ारों परिवारों को बचाने वाले कोरोना योद्धाओं के सैंकड़ों परिवारों को कांग्रेस सरकार ने उजाडऩे का काम किया है, जोकि कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि प्रदेश सरकार को हर हाल में कोविड-19 के हिरोज की बहाली करनी होगी, नहीं तो भाजपा उनके समर्थन में उनके साथ सड़कों में उतरकर सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजाएगी। त्रिलोक कपूर ने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से सवाल उठाते हुए पूछा है कि किस आधार पर इन कर्मचारियों को ईमेल के अलावा बर्खास्तगी के ऑर्डर घर भेजे गए हैं? पत्र में इन कर्मचारियों को अस्पताल में नहीं आने के लिए कहा गया है। कोरोना काल के दौरान इन कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। उन्होंने कहा कि कोरोना वार्ड के अलावा अस्पतालों की ओपीडी में इनकी नियुक्ति की गई थी। इसके अलावा लैब में मरीजों के टेस्ट करने का जिम्मा भी इन कर्मचारियों पर था, कोविड में लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभाई है। भाजपा महामंत्री ने कहा कि नौकरी से निकालने पर इन कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। कर्मचारी लगातार सचिवालय व सड़कों पर उतरक मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के खिलाफ आक्रोश जता रही है। जबकि तानाशाही सरकार मात्र अपने मित्रों-दोस्तों को खुश करने में ही व्यस्थ रहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस कृतज्ञ को लेकर विधानसभा के भीतर विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर और भाजपा विधायकों ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। सरकार से इन कर्मचारियों की नौकरी बहाल करने की मांग की गई। भाजपा ने भी विधानसभा के बाहर प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों की सेवाएं बहाल करने की मांग की। अब इन कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है, जिसे लेकर हर तरफ आक्रोश देखने को मिल रहा है। महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि बिना अवकाश के कर्मचारियों ने अस्पतालों में सेवाएं दी हैं। कोरोना काल में गांव-गांव जाकर लोगों को जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूक किया है। जहां सरकारी कर्मचारी नहीं गए, वहां आउटसोर्स कर्मचारी लोगों को सेवाएं देने के लिए पहुंचा। लेकिन अब भविष्य और नौकरी की चिंता में कोविड काल में स्वास्थ्य विभाग में रखे गए कर्मचारी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। उन्होंने भाजपा की तरफ से इन कर्मियों को सरकार से जल्द से जल्द बहाल किए जाने की बात रखी है। श्री कपूर ने कहा कि कोविड कर्मचारी 10 अक्तूबर से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने वाले हैं, अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं होता है, तो भाजपा भी सड़क पर उतरकर दमनकारी सरकार के प्रति आंदोलन का बिगुल बजाएगी।