वालाजी बिहार को जोड़ने के लिए मनुनी खडड पर पुल का निर्माण करवा कर सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा : पवन काजल

न्यूज़हंट हिमाचल। कांगड़ा
पुल के बनने से स्थानीय ग्रामीणों को कांगड़ा शहर तक आने जाने में लगभग 10 किलोमीटर की दूरी का फर्क पड़ेगा। रविवार को कोटकवाला में विद्युत चलित हैंडपंप का शुभारंभ करने उपरांत काजल ने कहा ग्रामीण विकास उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा विधानसभा के चुनाव आने वाले हैं चुनावी बेला पर कई छुटभैये नेता और राजनीतिक दल झूठी घोषणा और वायदे कर जनता को भ्रमित करने का असफल प्रयास कर रहे है। लेकिन वह विकास और गरीब को उसका हक दिलाने की लड़ाई शुरू से लड़ते आ रहे हैं और उसी को आधार बनाकर इस चुनाव में भी जनता से समर्थन मांगेंगे। मटोर में राजकीय डिग्री कॉलेज शुरू होने से स्थानीय गांव की लड़कियों वह युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए आम धर्मशाला या कांगड़ा के निजी कॉलेज में पढ़ाई के लिए नहीं जाना पड़ रहा है। कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है नया भवन बनते ही यहां पर साइंस विषय की कक्षाएं भी शुरू करवा दी जाएंगी। 
काजल ने कहा अब डबल इंजन भाजपा की सरकार प्रदेश का विकास करवाने में नाकाम रही है। महंगाई और बेरोजगारी चरम सीमा पर है। रसोई गैस के सिलेंडर का दाम ग्यारह सो रुपए पार कर चुका है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार द्वारा शुरू सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य से धोखा व खिलवाड़ है। पूर्व कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए गग्गल में आईटी पार्क निर्माण को 12 करोड़ रुपए का बजट और जगह आवंटित की है लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार कांगड़ा के साथ विकास में भेदभाव कर आईटी पार्क का निर्माण करवाने में भी नाकाम रही है। जिसका जवाब सत्तारूढ़ दल को क्षेत्र की जनता आने वाले चुनावों में देगी। इस मौके पर कपूर चंद उप प्रधान, पवन कुमार पंच, रजीत कुमार, सुभाष चंद, टेक चंद , शेर सिंह, मनोज कुमार , रणजीत सिंह, सपना देवी, सुमंगला देवी, लज्या देवी, कमलेश, रेनू बाला भी उपस्थित रहे। 

Popular posts from this blog

सुधीर शर्मा ने दिलाई है धर्मशाला को दुनिया में नई पहचान, मल्ली हद में रहकर करें बयानबाजी

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखबिंदर सिंह सुक्खू से धर्मशाला में कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग जल शक्ति विभाग का अधिशासी अभियंता का कार्यालय खोलने की पुर जोर से मांग उठाई है

हिमाचल पथ परिवहन निगम सेवा निवृत कर्मचारी कल्याण मंच की राज्य स्तरीय बैठक 24 जून को मंडी में हुई थी और इसी बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं