तालाब में ड्रोन से दवाई का छिड़काव
राजा का तालाब में संयुक्त विभागों ने टीम की ग्लाइफोसेट प्लस यूरिया मिश्रण के घोल की स्प्रे
न्यूज़हंट हिमाचल। राजा का तालाब
राजा का तालाब की लगभग दो हेक्टेयर क्षेत्र में फैली ऐतिहासिक धरोहर तालाब को फिर से संजोने हेतु संयुक्त विभागों की टीम द्वारा शुक्रवार को ड्रोन के माध्यम से ग्लाइफोसेट प्लस यूरिया के मिश्रण के घोल की स्प्रे की। हिमाचल में ड्रोन के माध्यम से स्प्रे किए जाने का यह पहला मामला है। उक्त तालाब में साम्राज्य स्थापित कर चुकी एलिगेटर बीड्स व जलकुंभी को जड़ से खत्म करने के लिए की गई। इस अवसर पर जिलाधीश कांगड़ा डाक्टर निपुण जिंदल विशेष रूप से उपस्थित रहे। गलाईफोसेट प्लस यूरिया का परिणाम सबसे बेहतर पाए जाने पर विभागीय टीम ने सावधानी के साथ ऐहतियात बरतते हुए शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे जिलाधीश के आने पर ड्रोन के माध्यम से इसका छिड़काव करना शुरू किया। इस दौरान तालाब स्थल के आसपास स्थित शिक्षण संस्थान व दुकानें बंद रखीं गईं। वहीं उपनिदेशक कृषि डा. राहुल कटोच का कहना है कि यह ऐतिहासिक तालाब है और जिलाधीश के निर्देशानुसार इसमें फील्ड ट्रायल लगाए गए थे, जिस फार्मूलेशन के परिणाम बहुत बेहतर पाए गए उस को लेकर तालाब में स्प्रे किया गया। इस मौके पर जिलाधीश कांगड़ा डा. निपुण जिंदल, एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती, कृषि विभाग पालमपुर के उपनिदेशक डा. राहुल कटोचए जिला कृषि अधिकारी डा. सुशील कुमार, प्रदेश जैव नियंत्रण लैब पालमपुर के प्रभारी डा. गौरव सूद आदि प्रतिनिधि मौजूद रहे।