बीड़ में साडा बैरियर पर हंगामा

साडा के फरमानों से तंग आकर बिलिंग के रास्ते पर धरने पर बैठे लोग
न्यूज़हंट हिमाचल ब्यूरो। बीड़

पैराग्लाइडिंग की विख्यात घाटी बीड़ बिलिंग में एक और थोपा गया साडा दूसरी तरफ बिलिंग जाने के लिए लगाया गया साडा बैरियर, वहां की चारों पंचायतों बीड़, गुनेहड़, क्योर व चौगान की जनता के लिए परेशानी का कारण बना है। साडा के फरमानों से तंग आकर सोमवार को बीड़ स्थित साडा बैरियर पर लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया व बिलिंग को जाने वाले रास्ते को रोक कर धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि बार-बार प्रशासन से यह कहा गया कि इस साडा के बैरियर को एक नंबर मोड पर लगाया जाए, ताकि गुनेहड़ पंचायत को जाने वाले ग्रामीणों को परेशानी ना हो। न ही उस पंचायत को जाने वाले ग्रामीणों से पैसे वसूले जाएं, मगर प्रशासन के ऊपर इसका कोई असर न हुआ, जिसके चलते मजबूर होकर आज चारों पंचायतों के लोग, पैराग्लाइडिंग पायलट, चारों पंचायतों के प्रधानों की अगवाई में धरने प्रदर्शन पर बैठ गए ।

उनका कहना है कि बीड़ में साड़ा द्वारा स्थापित इस बैरियर को यहां से हटाया जाए या फिर आगे एक नंबर मोड के ऊपर इसको लगाया जाए। स्थानीय लोगों से कोई भी पैसा वसूला न जाए। प्रधान ग्राम पंचायत बीड़ सुरेश ठाकुर का कहना है कि हर बार-बार साडा प्रशासन से हर मीटिंग में यह मुद्दा उठाते रहे। कि साडा बैरियर से जो भी पैसा वसूला जा रहा है, वह चारों पंचायतों की स्वच्छता, सौंदर्यीकरण के ऊपर खर्च किया जाए, मगर आलम यह है कि चारों ओर गंदगी पड़ी है, मगर इस बारे प्रशासन कुछ भी नहीं कर पा रहा है व ग्रामीणों से पैसे वसूले जा रहे हैं। वह बर्दाश्त नहीं होंगे। उनका कहना है कि साडा यहां की जनता के लिए गले की फांस बन चुका है। न कोई सुगमता से अपना घर, गोशाला, यहां तक कि बाथरूम तक नहीं बना सकता है। साडा क्षेत्र का फायदा तो स्थानीय जनता को नहीं मिल पा रहा है, उल्टे जो कानून बने हैं, वह जनता के लिए आफत से कम नहीं है प्रधान ग्राम पंचायत गुनेहड़ दुनी चंद का कहना है कि बाहरी लोगों से बिलिंग जाने का पैसा लिया जाए। हमें कोई ऐतराज नहीं, मगर हम लोकल कोई पैसा नहीं देंगे, मगर साडा के इस बैरियर से गुजरने वाले गुनेहड़ के लोगों को अपने घर जाने के लिए भी पैसे देने पड़ रहे हैं। यह कहां का न्याय है। (एचडीएम)

एसडीएम ने की पंचायत प्रतिनिधियों से बात
साडा के चेयरमैन एसडीएम बैजनाथ सलीम आजम मौके पर पहुंचे। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से बात की। उनका कहना था कि जून 30 तक बैरियर के टेंडर हुए हैं। जब दोबारा इस के टेंडर होंगे तो सभी पंचायत प्रतिनिधियों, ग्रामीणों से विचार-विमर्श कर जो भी राहत देने योग्य होगी, तय की जाएगी। उनका कहना था कि लोगों को जो भी दिक्कतें आ रही हैं, उनका भी समाधान किया जाएगा। उसी के साथ लोगों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया।

साडा का बैरियर बना गले की फांस

पैराग्लाइडिंग पायलट राज कुमार का कहना है कि साडा का बैरियर सभी के गले की फांस बना हुआ है। उनका कहना है कि एक तो बिलिंग जाने के लिए अलग से पैसे लिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त अब तो हर पायलट से 75 प्रति उड़ान के वसूले जा रहे हैं। यहां का प्रशासन साथ में सरकार यहां के बेरोजगारों को सुविधा देना तो दूर अलबता यह फरमान आए दिन दे रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यह फरमान वापस लिए जाएं।


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