चुनावी वर्ष के साथ एक्शन में CM जयराम, जानिए भाजपा विधायक दल की बैठक में क्या बनाई रणनीति और लिए फैसले
पार्टी या सरकार के समक्ष ही उठाए जाएंगे सत्ता और संगठन से जुड़े मसले
सूत्रों के अनुसार बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि सत्ता और संगठन से जुड़े मसलों को सार्वजनिक तौर पर उठाने की बजाय पार्टी या सरकार के समक्ष ही उठाया जाए ताकि बाहर गलत संदेश न जाए। सूत्रों के अनुसार चुनावी वर्ष में सरकार ऐसा कोई विवाद नहीं चाहती, जिसका फायदा विरोधी दल लेने का प्रयास करें और सरकार व संगठन की छवि धूमिल हो। सूत्रों के अनुसार बैठक में विधायकों से उनके विधानसभा क्षेत्रों में गत 4 साल में हुए विकास कार्यों का ब्यौरा भी तलब किया गया था। इसके साथ विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्रों में लंबित पड़े विकास कार्यों को जल्द सिरे चढ़ाने को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए गए। सूचना के अनुसार बैठक में कर्मचारियों के मसले भी उठे।
बजट को लेकर भी जानी राय
आगामी बजट सत्र को लेकर भी जयराम सरकार तैयारियों में जुट गई है। इसके तहत प्रशासनिक अमला हर पहलू के अध्ययन में जुटा हुआ है। सूत्रों के अनुसार बैठक में भी भाजपा विधायकों से बजट के लिए सुझाव मांगे गए। उनसे जाना गया कि आखिर बजट में किन घोषणाओं को शामिल किया जा सकता है। हरेक क्षेत्र की क्या-क्या जरूरतें हैं, जिनको देखते हुए बजट में ऐलान किए जाएंगे।
नगर निगम चुनाव को लेकर भी बनी रणनीति
बैठक में शिमला नगर निगम चुनाव को लेकर भी विधायकों से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार निर्णय लिया गया है कि संगठन के पदाधिकारियों के साथ ही मंत्रियों और विधायकों की भी चुनावी ड्यूटियां लगाई जाएंगी। सूचना के अनुसार विधायकों को एक-एक वार्ड की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
सोमवार से शुरू होंगी विधायक प्राथमिकता की बैठकें
विधायक प्राथमिकता को लेकर सोमवार से बैठकें शुरू होंगी। पहले दिन 7 जिलों के विधायक अपनी प्राथमिकता योजना सरकार के सामने रखेंगे। 1 विधायक अपनी 6 योजना दे सकता है जोकि सड़कों, पेयजल, सिंचाई व सीवरेज से जुड़ी होंगी। इस दौरान अगले वित्त वर्ष का योजना आकार भी तय होगा। 2 दिन तक चलने वाले विधायक प्राथमिकता बैठकों के बाद सीएम 19 जनवरी को धर्मशाला जाएंगे।