मां बज्रेश्वरी के दरबार में घृत मंडल का मक्खन बंट रहा प्रसाद के रूप में

स्माइल वोहरा। कांगड़ा
शिव मंदिर बैजनाथ में घृत पर्व का मक्खन शिव पिंडी से आज उतारा जा रहा है और इसे श्रद्धालुओं में प्रसाद के रुप में वितरित किया जाएगा। इससे पहले बीते रोज मां बज्रेश्वरी के पावन द्वार में सजे घृत मंडल में स्थापित मक्खन को निकालकर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने यहां पहुंच कर मां के प्रसाद को लिया। मान्यता है कि यह मक्खन चरम रोगों के उपचार में कारगर साबित होता है, इस लिए दूर दूर से श्रद्धालु इन मंदिरों में पहुंच कर घृत मंडल से उतरने वाले मक्खन को प्रसाद के रूप में लेते हैं और मां का आशीर्वाद लेते हैं। मां बज्रेश्वरी के द्वार में बीते रोज से ही मक्खन निकालने का क्रम शुरू हो गया और आज बैजनाथ शिव मंदिर में भी मक्खन उतारने का क्रम शुरू हो रहा है।
माता श्री बज्रेश्वरी देवी की पिंडी पर चढ़ाया गया मक्खन बहुत शुद्ध है तथा शरीर में होने वाली दर्द अथवा चरम रोग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। शरीर पर होने वाली फोड़े फुंसियों तथा चर्म रोग पर मक्खन का लेप लगाने से अत्यंत लाभ प्राप्त होता है। मक्खन रूपी प्रसाद को लेने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर में पधारते हैं। आज से शिव मंदिर बैजनाथ में भी मक्खन को प्रसाद के रूप में दिया जाएगा।

मकर संक्रांति के दिन को चढ़ा था मक्खन बना था घृतमंडल

मकर संक्रांति के दिन श्री बज्रेश्वरी माता मंदिर की पिंडी पर व बैजनाथ में शिव मंदिर की पिंडी का श्रृंगार मक्कन से किया गया था और घृतमंडल बनाया गया था। यह ऐतिहासिक परंपरा है और हर साल इस परंपरा का निर्वहन होता है, जिसमें श्रद्धालु कई क्विंटल देसी घी दान देते हैं उससे मक्खन निकालकर मां व भोले बाबा का श्रृंगार किया जाता है।

Popular posts from this blog

सुधीर शर्मा ने दिलाई है धर्मशाला को दुनिया में नई पहचान, मल्ली हद में रहकर करें बयानबाजी

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखबिंदर सिंह सुक्खू से धर्मशाला में कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग जल शक्ति विभाग का अधिशासी अभियंता का कार्यालय खोलने की पुर जोर से मांग उठाई है

हिमाचल पथ परिवहन निगम सेवा निवृत कर्मचारी कल्याण मंच की राज्य स्तरीय बैठक 24 जून को मंडी में हुई थी और इसी बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं