विद्यार्थी संस्कार शिविर के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पासू , तहसील धर्मशाला जिला कांगड़ा में राष्ट्रीय सेवा योजना ( एन एस एस ) के छात्रों को करवाया योग

सार्थक विद्यार्थी जीवन जीने की कला ......

          विद्यार्थी संस्कार शिविर के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पासू , तहसील धर्मशाला जिला कांगड़ा में राष्ट्रीय सेवा योजना ( एन एस एस ) के छात्रों को करवाया योग .......
     आज की इस भागदौड़ भरी जिन्दगी में हर आदमी व्यस्त हैं और बिना वजह की दवाइयों को खाने में लगा हुआ है । आज जंक फूड इतना बढ़ गया है कि हर आदमी इससे ग्रस्त है और कई प्रकार के असाध्य रोगों से घिरा हुआ है । अनुशासन का पालन करना , बड़ों का आदर करना तथा जहां से जो भी सीखने को मिले उसको सीखने का सदैव प्रयास करना , इसके बारे में विस्तार से बच्चों को बताया गया ।
      25 अक्टूबर से एन एस एस के छात्रों के चल रहे सात दिवसीय शिविर में बच्चों को योगिक - जोगिंग , सूर्य नमस्कार , सुक्ष्म व्यायाम , विभिन्न प्रकार के आसनों के साथ-साथ अष्टांग योग , यम - नियमों का महत्व तथा प्राणायाम के बारे में बताया गया । माता पिता और गुरु का स्थान कितना ऊंचा स्थान होता है इसके बारे में बताया गया , बिना गुरु से कभी भी ज्ञान प्राप्त नहीं होता है , इनकी जितनी सेवा की जाए उतनी ही कम है ।
  ज्ञात रहे धर्मशाला के निकट चड़ी गांव के दंपति रमा देवी व रजनेश कुमार द्वारा अपना पूरा जीवन नि: शुल्क योग के क्षेत्र में लगाने का संकल्प लिया हुआ है । वह दिन - रात इसी सेवा कार्य में लगे रहते हैं। इन दोनों पति-पत्नी ने 05 फरवरी 2004 को गुरु धारण करने का संकल्प लिया था तथा विश्व विख्यात योग गुरु को अपना गुरु बनाया था । इसी कड़ी में 16 सितंबर 2006 में इन्होंने पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में योग की शिक्षा ग्रहण की थी। योग शिक्षा प्राप्त करने के बाद इन्होंने समाज में योग सिखाने का संकल्प लिया । इसी कड़ी में इन दोनों ने जगह-जगह , गांव - गांव , गली - मोहल्ला और स्कूल - कालेजों में जाकर नि:शुल्क 579 से अधिक योग शिविर लगाए । हजारों लोगों को योग के साथ जोड़ा। बच्चों को योग से निरोग ही नहीं संस्कारवान बनाने का कार्य किया । जब करोनाकाल का समय आया तब भी इन्होंने एक दिन भी घर में बैठकर आराम नहीं किया वल्कि उस समय समाज के अंदर जाकर लोगों की भरपूर सेवा की । मजे की बात है कि यह दोनों योग सेवा के साथ - साथ समाज में रक्तदान भी करते हैं तथा मरणोपरांत अपनी देह का भी दान कर दिया हुआ है । समाज में सबके लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए इन दोनों ने पर्यावरण की सुरक्षा हेतु धरती माता को भी हर-भरा करने का भी संकल्प लिया हुआ है तथा अब तक 210 पौधे लगाकर पौधा रोपण कर चुके हैं ।
       इनका कहना है की गुरु की कृपा से जीवन धन्य हो जाता है, गुरु ही मनुष्य की नैया को पार लगा देते हैं । माता-पिता के बाद गुरु जिन्दगी को संवार देते हैं । इनकी जितनी सेवा की जाए उतनी ही कम है ।
   शिविर के समापन पर आज योगाचार्य रजनेश कुमार द्वारा बच्चों को बहुत सी जानकारियां दी गई । एनएसएस के प्रभारी अश्विनी धीमान द्वारा बताया कि आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में योग अत्यंत ही जरूरी है । समापन अवसर पर प्रधानाचार्य निधि उप प्रधानाचार्य पवन भारती अनीता कालिया दीक्षा पूजा जीवन सहित विद्यालय के सभी स्टाफ के साथ-साथ ग्राम पंचायत पशु की प्रधान सोनिया एमसी की प्रधान सुषमा सहित एनएसएस के छात्र अमन स्वामी ऋषभ मनिंदर सवाल सिया शिवानी तनुजा अंकित सेट विद्यालय के सभी बच्चों ने योग की सभी क्रियो को बाली प्रकार से समझा अपने जीवन में उतारने का प्रण लिया ।

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