*जिप काडर और आउटसोर्स कर्मियों के अधिकारों पर कांग्रेस क्यों है मौन : संजय शर्मा*

*जिप काडर और आउटसोर्स कर्मियों के अधिकारों पर कांग्रेस क्यों है मौन : संजय शर्मा*

*धर्मशाला :*

खुद को कर्मचारियों की हितैषी सरकार बताकर वाहवाही लूटने वाली सरकार से दावे पिछले कई माह से खोखले साबित हो रहे हैं। वहीं पिछले पांच दिनों से सरकार ने जमकर फजियत भी हो रही है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्सू की सरकार कर्मचारियों की अधिकारियों के प्रति मौन है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संजय शर्मा ने जारी एक ब्यान में कहा कि सरकार के मुखिया और उनके मंत्री व विधायक हर मंच पर बस यही राग अलापते हैं कि प्रदेश के कर्मचारी सरकार की रीड्ड हैं और कर्मचारियों के बिना सरकार का कोई आधार नहीं है। एक ओर कांग्रेस सरकार कर्मचारियों को ऐसा कहकर रिझाने का प्रयास करती है, वहीं दूसरी और जब उनके अधिकारियों की बात आती है तो कुछ भी कहने से गुरेज कर रही है। आउटसोर्स कर्मचारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि उनके लिए स्थायी नीति बनाई जाए। यह कर्मचारी यह भी नहीं कह रहे हैं कि उन्हें तत्काल स्थायी कर्मचारी बना दिया जाए। उनकी सिर्फ इतनी सी मांग है कि उनके लिए स्थायी नीति बनाई जाए, ताकि उन्हें पता चल सके कि उनकी सेवा का प्रारूप क्या करेगा। इसके विपरीत कांग्रेस सरकार इस पर कुछ भी नहीं कर पा रही है।
वहीं दूसरी ओर जिला परिषद कर्मचारी जोकि यह मांग कर रहे हैं कि उन्हें पंचायती राज विभाग में शामिल किया जाए। उनको हड़ताल करते पांच दिन बीत चुके हैं। इस हड़ताल में महिला कर्मचारी भी अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ हड़ताल पर बैठी है। कर्मचारी हड़ताल पर जाने से पंचायतों के सारे काम ठप पड़ गए है। हिमाचल प्रदेश की सरकार ने इन कर्मचारियों की मांगों को अनसुना कर दिया जिस कारण आज ये कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द इन कर्मचारियों के प्रति कोई निर्णय लेना होगा।

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