बैजनाथ में अब मैली हो गई बिनवा
शहर का कूड़ा -कचरा खीर गंगा घाट के पास बनी डंपिंग साइट में फैंकने से दूषित, समाजसेवी ने दी अनशन की धमकी
न्यूज़हंट हिमाचल। बैजनाथ
बैजनाथ के खीर गंगा घाट से बिनवा पुल तक बिनवा कूड़़ा दान बन चुकी है। जिसका मुख्य कारण यही है कि शहर का कूड़ा कचरा खीर गंगा घाट के बिलकुल पास बिनवा नदी किनारे बनी डंपिंग साइट में हर रोज़ फेंका जाता है। यही नहीं अधिकतर लोग अपने घरों से पूजा अर्चना करने के उपरांत फूल मालाएं, धूप सामग्री, देवताओं के पुराने कपड़े ब अन्य सामग्री की गांठें बांध कर पानी में फेंक जाते हैं। उनका तर्क है कि इस सामग्री को यहां वहां फेंकना सही नहीं इसे पानी में बहाना चाहिए। उन्हें इस बात से कोई लेना देना नही की यही पानी निचले इलाकों की हजारों की संख्या में जनता अपने पीने के लिए प्रयोग करती है। दूसरी तरफ भले ही नगर पंचायत द्वारा डंपिंग साइट पर फेंके जा रहे कूड़े कचरे के निष्पादन के प्रयास किए जा रहे हैं। मगर बाबजूद उसके अधिकतर कूड़ा कचरा बिनवा खड्ड में जा कर पानी को दूषित कर रहा है। बिनवा में फैंके जा रहे कूड़े कचरे से बिनवा नदी अब दूषित होने लगी है। बैजनाथ के चोबू निवासी समाजसेवी विक्रम राणा अब आगे आए हैं। उन्होंने प्रशासन को आमरण अनशन की धमकी दी है। उनका कहना है कि अगर बिनवा नदी में कूड़ा कचरा फेंकना बंद नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। यही नहीं वह पुल से नीचे कचरा फेंकने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के खिलाफ भी बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा । उनका कहना है कि इसी सन्दर्भ में अगले दो चार दिन में बह प्रशासन को भी एक ज्ञापन देंगे। विक्रम राणा का कहना है कि बिनवा के दूषित हो रहे गंदे पानी को निचले इलाकों चढियारए, चोबू सहित दर्जनों गांवों के लोग पीने को मजबूर हो गए हैं। इस मसले को लेकर अब एक बड़ा आंदोलन करने की जरूरत है। गौर करने बाली बात है कि आज पांच साल होने को आ गए मगर नगर पंचायत ब बैजनाथ प्रशासन डंपिंग साइट का स्थाई हल न कर सका। बुहली कोठी में बनने वाली डंपिंग साइट की जमीन नगर पंचायत के नाम हो चुकी है। प्रशासन कुछ नहीं कर पाया। (एचडीएम)