सिंध व चंबल नदी के उफान पर, कई गांव हुए जलमग्न
सिंध व चंबल नदी के उफान पर हाेने के कारण कई गांवाें में पानी भर गया है। गांव में रहने वाले कई लाेग गायब हैं, जिनकाे तलाशने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। भिंड में 800 लाेगाें काे रेस्क्यू किया जा चुका है, जबकि सात काे निकालने के प्रयास जारी हैं। वहीं कुछ लाेग अब भी गायब हैं, जिनका अब तक पता नहीं चला है। भारी बारिश के चलते ग्वालियर चंबल अंचल से गुजरने वाली चंबल, सिंध, क्वारी, महुअर व पार्वती नदी उफान पर हैं। शिवपुरी, श्याेपुर, दतिया व माेहना के बाद अब भिंड के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन खुद एसपी के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान भी स्टेट कंट्राेल एंड कमांड सेंटर से लगातार ग्वालियर चंबल संभाग के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। साथ ही आज दाेपहर 12.30 बजे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्राें का दाैरा करेंगे। ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। चंबल एवं सिंध नदी के उफान पर आने के बाद भिंड के 25 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान ने आइजी चंबल, आईजी ग्वालियर और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के जिला प्रशासन के अधिकारियाें से फाेन पर चर्चा करके राहत कार्य की जानकारी ली है। अधिकारियाें ने बताया है कि सभी जगह रेस्क्यू आपरेशन तेज गति से जारी है। रात भर रेसक्यू अभियान चलाकर कई लाेगाें काे सुरक्षित निकाल लिया गया है।
वायु सेना काे माैसम साफ हाेने का इंतजारः बाढ़ पीड़ित इलाकाें में हेलीकॉप्ट ताे भेजे गए, लेकिन खराब माैसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके हैं। ऐसे में अब वायुसेना माैसम साफ हाेने का इंतजार कर रही है। ऐसे में वर्तमान में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी अपने स्तर पर राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
बाढ़ में खाे गए रामस्वरूपः भराैली कला निवासी रामस्वरूप पुत्र छाेटे लाल पाठक उम्र 60 वर्ष बाढ़ आने के पहले नदी के पार गए थे। इसके बाद से उनका काेई पता नहीं चल रहा था।
रामस्वरूप मुंशावली में बीहड़ के टापू पर फंस गए थे, जहां नदी का पानी पहुंच चुका था। रेस्क्यू टीम काे अंधेरा हाेने के कारण रेस्क्यू आपरेशन में काफी दिक्कतें आ रही थीं। ऐसे में एसपी मनाेज कुमार ने खुद रेस्क्यू आपरेशन की कमान संभाली और बाेट लेकर नदी में उतर गए। आखिर रावस्वरूप काे सुरक्षित निकालने में सफलता मिल गई। तेजी से बढ़ रहा चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। बीते राेज रात 11 बजे तक 122.90 था, जबकि 12 बजे 123.10 हाे चुका था। वहीं मेढ़ा घाट पर सिंध नदी का जल स्तर सुबह नाै बजे 11.50 मीटर था ऐर चंबल नदी का उड़ीमाेड़ पर जल स्तर 124. 25 मीटर तक पहुंच गया था, यहां नदी खतरे के निशान से दाे मीटर ऊपर बह रही है।
अजनार गांव में बाढ़ का पानी खेत खलियान से हाेते हुए घराें तक पहुंच गया है। जिसके कारण फसलाें काे काफी नुकसान पहुंचा है। लाेग ट्रैक्टर ट्राली के जरिए अपना सामान बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वहीं, काेट की मढ़ियार गांव भी पानी से चाराें तरफ से घिर गया है। वहां से बाढ़ की सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया गया है। भिंड में भारी बारिश के बाद नदियाें के उफान पर हाेने से कई गांव खाली हाे गए हैं। लाेगाें के लिए रहने खाने की व्यवस्था अब तक प्रशासन नहीं कर सका है। लाेग ट्रैक्टर ट्राली या खुले आसमान के नीचे जीवन गुजारने काे मजबूर हैं।