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इंडियन ऑयल ऊना ने चलाया वृक्षारोपण अभियानविभिन्न हितधारकों के साथ किया पौधरोपण

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न्यूजहंट हिमाचल। ऊना  ऊना, 5 जुलाई। इंडियन ऑयल ऊना के पाईपलाईन विभाग ने पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए एक पेड़ माँ के नाम अभियान और स्वच्छता पखवाड़ा 2024 के तहत विभिन्न हितधारकों के साथ वृक्षारोपण अभियान चलाया। यह जानकारी देेते हुए वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक अमनदीप भारद्वाज ने बताया कि इसी कड़ी में आज ईसीएमएस पॉलीक्लिनिक ऊना, हिमाचल अग्निशमन सेवा ऊना और महिला पुलिस स्टेशन ऊना में 15 पौधे रोपित किए गए। उन्होंने बताया कि यह सहयोगात्मक प्रयास इंडियन ऑयल ऊना की पर्यावरणीय जिम्मेदारी और एक हरित हिमाचल प्रदेश बनाने के प्रति समर्पण का उदाहरण है। उन्होंने बताया कि यह पहल 2046 तक इंडियन ऑयल के नेट जीरो के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक सामूहिक कदम का प्रतीक है।

जिला में निजी विकास व अन्य निर्माण संबंधी कार्यों पर 16 सितम्बर तक रोक - डीसी

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न्यूजहंट हिमाचल। ऊना  ऊना, 5 जुलाई - जिला में आपदा प्रभावित भवनों व सड़कों के पुनःनिर्माण को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार के निजी विकास और निर्माण संबंधी गतिविधियों के लिए पहाडों की कटाई पर 16 सितम्बर तक रोक रहेगी। यह आदेश जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(डीडीएमए) के अध्यक्ष एवं जिला दंडाधिकारी ऊना जतिन लाल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 33 व 34 के तहत जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि मानसून मौसम के दौरान अनियमित पहाड़ों की कटाई और अनियोजित निर्माण कार्यों पर रोक रहेगी। इस तरह की गतिविधियों के चलते जहां जमीनी परतें ढीली या कमजोर हो जाती हैं तो वहीं जान-माल के नुक्सान का खतरा भी बढ़ जाता है। उन्होंने इस संबंध में जिला के समस्त एसडीएम को इन आदेशों की कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा इन आदेशों की उल्लंघना करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

बरसाती मौसम को ध्यान में रखते हुए नदी-नालों व खड्डों से रहें दूर-एसडीएम

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न्यूजहंट हिमाचल। सुंदरनगर  अनावश्यक यात्रा करने से करें परहेज जोगिन्दर नगर, 13 जुलाई: एसडीएम जोगिन्दर नगर मनीश चौधरी ने कहा कि मानसून मौसम को ध्यान में रखते हुए लोग नदी नालों व खड्डों से दूरी बनाये रखें ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण नदी-नालों व खड्डों का जलस्तर अचानक बढ़ने की संभावना बनी रहती है ऐसे में वे नदी-नालों व खड्डों से दूर रहें। एसडीएम ने लोगों से अपने मवेशियों को भी नदी-नालों व खड्डों से दूर रखने का आह्वान किया है ताकि एकाएक जलस्तर बढ़ने से किसी प्रकार का जान-माल का नुकसान न हो सके। इसके अतिरिक्त बच्चों को भी नदी - नालों व खड्डों के समीप न जाने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जरूरी होने पर ही यात्रा करें। उन्होने बताया कि बरसाती मौसम को ध्यान में रखते हुए जलशक्ति, लोक निर्माण विभाग तथा बिजली बोर्ड को सभी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए हैं ताकि बरसात के कारण लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होने कहा कि बरसाती मौसम के दौरान कई तरह की बीमारियों ...

सुलपुर जबोट में किसानों को बताए प्राकृतिक खेती के फायदे

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न्यूजहंट हिमाचल। सरकाघाट  सरकाघाट, 5 जुलाई 2024 कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश जिला मंडी कृषि प्रद्यौगिकी प्रबंधन अभिकरण "आत्मा" जिला मंडी विकास खंड गोपालपुर (सरकाघाट) द्वारा प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुलपुर जबोट के गांव खरसल में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को प्राकृतिक खेती की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई तथा प्राकृतिक खेती में प्रयोग होने वाले घटकों को प्रयोगात्मक रूप से बताया गया जिसमें बीजामृत, घनजीवामृत, जीवामृत, द्रेकास्त्र, ब्रह्मास्त्र, दशपर्णी अर्क तथा अग्निअस्त्र आदि शामिल थे। गोपालपुर कृषि विकास खंड के खंड तकनीकी प्रबंधक महेन्द्र कुमार ने बताया कि शिविर में लगभग 30 किसानों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि देश में प्राकृतिक खेती का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है। इस खेती में किसान किसी रसायन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। इस खेती में गाय के गोबर, गोमूत्र के इस्तेमाल पर प्रमुख जोर दिया जाता है। शिविर के दौरान किसानों को बताया गया कि प्राकृतिक खेती का उद्देश्य मिट्टी की गुणवत्ता को खराब किए बिना फसल की पैदावार...

पंजीकृत श्रमिक की दुर्घटना से हुई क्षति की आपूर्ति के लिए करें आवेदन - उपायुक्त

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न्यूजहंट हिमाचल। शिमला  *श्रमिकों को अनुग्रह भुगतान हेतु बैठक का आयोजन, उपायुक्त ने की अध्यक्षता* उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज यहां ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों को अनुग्रह भुगतान हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने कहा कि जिला शिमला में 1 लाख 55 हजार 851 श्रमिकों ने ई-श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण किया है, जिसमें से अभी तक एक पंजीकृत श्रमिक द्वारा दुर्घटना से हुई क्षति के संदर्भ में अनुदान के लिए आवेदन किया गया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस मामले में जल्द से जल्द अनुदान राशि वितरित करने के निर्देश दिए।   *आकस्मिक मृत्यु एवं विकलांगता पर मिलेगा लाभ* उपायुक्त ने कहा कि योजना के अंतर्गत दुर्घटना के कारण मृत्यु होने पर श्रमिक को दो लाख रुपये तक का मुआवजा प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, दोनों हाथ, दोनों आंखें एवं दोनों पांव की अपूर्णीय क्षति पर दो लाख रुपये की राशि देने का प्रावधान है तथा अन्य विकलांगता पर एक लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।   *31 अगस्त, 2024 से पहले करें आवेदन* उन्होंने कह...

* जिला निर्वाचन अधिकारी ने किया ईवीएम वेयरहाउस का निरीक्षण*

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न्यूजहंट हिमाचल। शिमला  शिमला 05 जुलाई - जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने आज अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ फागु स्थित ईवीएम वेयरहाउस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक तिमाही में ईवीएम वेयरहाउस को खोलकर उसके अन्दर की स्थिति का जायजा लिया जाता है। उन्होंने बताया कि ईवीएम वेयरहाउस के निरीक्षण में सभी चीजें व्यवस्थित पाई गई। इस मौके पर तहसीलदार निर्वाचन राजेन्द्र शर्मा सहित इंडियन नेशनल कांग्रेस से रमेश शर्मा, भारतीय जनता पार्टी से आयुष तथा निर्वाचन विभाग के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर ईवीएम वेयरहाउस का निरीक्षण किया जाता है, जिसमें ईवीएम की सुरक्षा के लिए पुलिस गार्द, डयूटी रजिस्टर, अग्निशामक यंत्रों, सीसीटीवी कैमरा, बिजली व्यवस्था सहित अन्य चीजों की जांच की जाती है।

बरोटी के किसानों को बताए प्राकृतिक खेती के फायदे

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न्यूजहंट हिमाचल सुंदरनगर, 3 जुलाई 2024। कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश जिला मंडी कृषि प्रद्यौगिकी प्रबंधन अभिकरण "आत्मा" जिला मंडी विकास खंड सुंदरनगर द्वारा प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत ग्रामपंचायत बरोटी के गांव लेहड़ में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को प्राकृतिक खेती की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई तथा प्राकृतिक खेती में प्रयोग होने वाले घटकों को प्रयोगात्मक रूप से बताया गया जिसमें बीजामृत, घनजीवामृत, जीवामृत,द्रेकास्त्र, ब्रह्मास्त्र, दशपर्णी अर्क, अग्निअस्त्र तथा सप्तधान्य अंकुर अर्क आदि शामिल थे। सुंदरनगर कृषि विकासखंड के खंड तकनीकी प्रबंधक लेखराज ने बताया कि शिविर में लगभग 30 किसानों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि देश में प्राकृतिक खेती का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है। इस खेती में किसान किसी रसायन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। यह खेती बड़े पैमाने पर ऑन-फार्म बायोमास रीसाइक्लिंग पर आधारित है, जिसमें बायोमास मल्चिंग, गाय के गोबर, मूत्र के इस्तेमाल पर प्रमुख जोर दिया जाता है। मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए नीम से बने जैविक ...